
गुरु की टेढ़ी चाल - राशि के अनुसार कैसे पाएं गुरु ज्यादा लाभ

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ज्योतिष
गुरु की टेढ़ी चाल - राशि के अनुसार कैसे पाएं गुरु ज्यादा लाभ
बृहस्पति यानी गुरु इन दिनों टेढ़ी चाल से चल रहे है। अभी गुरु वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं। गुरु वृषभ राशि में ही वक्री होंगे। किसी भी शुभ ग्रह का वक्री होना प्रत्येक राशि के लिए कुछ विशेष प्रभाव डालता है। शुभ ग्रहों का वक्री काल कई लोगों के लिए अच्छा, तो कई लोगों के लिए बुरा समय लेकर आता है। कुछ मान्ताएं हैं कि अक्सर उलटी चाल चलने वाले ग्रह से नकारात्मक परिणाम देने की आशंका बनी रहती है। जानते हैं वक्री काल कब तक रहेगा और गुरु से वक्री काल में अच्छे परिणाम कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
गुरु वक्री और मार्गी
बृहस्पति वक्री : 09 अक्टूबर 2024 से
बृहस्पति मार्गी : 04 फरवरी 2025, मंगलवार को दोपहर 03:09 बजे
गुरु की वक्री काल अवधि: 119 दिन
वक्री गुरु का आपकी राशि पर प्रभाव और उपाय
मेष
अभी गुरु वृषभ राशि में है। मेष राशि के लिए गुरु दूसरे भाव में वक्री होंगे। यह समय आपके बेहिसाब खर्चों से आप परेशान हो सकते हैं। व्यक्ति को धन संचय में दिक्कत आ सकती है। हालांकि इस दौरान परिवार के लोगों से कई तरह का फायदा होगा। यदि आप वक्री काल में गुरु से अच्छे परिणाम चाहते हैं, तो आपको किसी विद्यार्थियों को जरूरत का सामान देना चाहिए।
वृषभ
वृषभ राशि के लिए गुरु पहले भाव में वक्री होंगे। यहां व्यक्ति को सम्मान प्राप्त होगा। हालांकि आपको अपने वजन को नियंत्रण में रखने में का प्रयास करना चाहिए। इस समय आपके कई काम लंबित भी होंगे। आप लगातार अपने काम पर ध्यान दें। वक्री गुरु से ज्यादा अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको देवी महालक्ष्मी की विशेष पूजा करना चाहिए।
मिथुन
मिथुन राशि के लिए गुरु 12वें भाव में वक्री होंगे। इस समय आप कई धार्मिक जगहों पर पैसा खर्च कर सकते हैं। कुछ विरोधी भी आपके परेशान कर सकते हैं। यदि आप किसी नई नौकरी की तलाश में है, तो आपको इस काल में इसे ढूंढना चाहिए। अभी आपको लोन लेने से बचना होगा। यदि आप वक्री गुरु से ज्यादा अच्छे परिणाम चाहते हैं, तो आपको विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
कर्क
कर्क राशि के लिए गुरु 11 वें भाव में वक्री होंगे। इस दौरान आपकी आय तो बढ़ेगी, लेकिन आप खर्च भी करेंगे। वक्री गुरु के कारण आपके प्रेम जीवन में कुछ दिक्कत आ सकती है। किसी सामाजिक कार्य में आपको शामिल होने का मौका मिलेगा। इस दौरान वक्री गुरु से अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए किसी मंदिर में पीली धोती और कुर्ता दान करना चाहिए।
सिंह
सिंह राशि के लोग वक्री गुरु के कारण कभी कभी कार्यस्थल पर गैर जिम्मेदार व्यवहार कर सकते हैं। इस दौरान काम की अधिकता रहेगी और इतना अधिक लाभ नहीं कमा पाएंगे। कार्यक्षेत्र में उन्नति के लिए लगातार प्रयास करना होंगे। यदि आप वक्री गुरु से अच्छे परिणाम प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको रोजाना श्री बृहस्पति के तंत्रोक्त मंत्र का जाप करना चाहिए।
कन्या
कन्या राशि के लिए गुरु नवें भाव में वक्री होंगे। इस समय आप किसी यात्रा पर जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं। यह यात्रा पारिवारिक हो सकती है। इस दौरान किसी तीर्थयात्रा पर भी जाने का अवसर आपको मिल सकता है। हालांकि यात्रा के दौरान आपको अपना ध्यान रखना चाहिए। वक्री गुरु से अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए भगवान विष्णु के किसी भी मंत्र का रोजाना 108 बार जाप करना चाहिए।
तुला
तुला राशि के लिए वक्री गुरु के असर से पैतृक संपत्ति से संबंधित कोई परेशानी दूर हो सकती है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य भी बिगड़ेगा। अस्पताल और दवाइयों पर आपके खर्च ज्यादा होंगे। हालांकि आपका ध्यान ज्योतिष और आध्यात्म में बढ़ेगा। प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करना आपके लिए काफी लाभ होगा।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लिए गुरु सातवें भाव में वक्री होंगे। इस दौरान आपके बिजनेस पार्टनर और जीवनसाथी आपकी तारीफ करेंगे। हालांकि कुछ मतभेद की स्थिति रहेगी, लेकिन आप इसे आसानी से दूर कर पाएंगे। आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। वक्री गुरु से अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप प्रतिदिन शिव मंदिर में जल अर्पण करें।
धनु
धनु राशि के लिए वक्री गुरु का काल अच्छा रहेगा। इस दौरान आपके कई शत्रु हो सकते हैं, लेकिन वे आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे। इस दौरान नौकरी में स्थानांतरण के योग बनेंगे। यदि नई नौकरी की तलाश में है, तो आपको वह मिल सकती है। वक्री गुरु से ज्यादा अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको
मकर
मकर राशि के लिए गुरु पांचवें भाव में वक्री होंगे। इस दौरान संतान संबंधी कोई परेशानी आपको हो सकती है। वहीं प्रेम जीवन में भी आपको कुछ तनाव हो सकता है। आय के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा। इस दौरान आपके आय के कई साधन बनेंगे। आपको कोई विशेष उपहार भी मिल सकता है। वक्री गुरु से अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए रोजाना भगवान कृष्ण के मंत्रों का जाप करें।
कुंभ
कुंभ राशि के लिए गुरु चौथे भाव में वक्री होंगे। इस समय आपको माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान आपकी माता से आपके संबंध काफी अच्छे रहेंगे और उनका आपको सपोर्ट भी मिलेगा। आप रियल एस्टेट में इनवेस्ट करने के बारे में कोई काम कर सकते हैँ। वक्री गुरु से अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए पंचाक्षर शिव मंत्र का लगातार जाप करें।
मीन
मीन राशि के लिए गुरु तीसरे भाव में वक्री होंगे। इस समय आपका आत्मविश्वास कुछ कमजोर हो सकता है। कुछ घरेलू मतभेद भी हो सकते हैं, लेकिन इसे इग्नोर ही करें। इस दौरान किसी छोटी धार्मिक यात्रा पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। भाग्य आपका साथ देगा। वक्री गुरु के ज्यादा अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप पीले फल भगवान विष्णु के मंदिर में अर्पण करें।
लेखक के बारे में: टीम त्रिलोक
त्रिलोक, वैदिक ज्योतिष, वास्तु शास्त्र और धार्मिक अध्ययनों के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों (Subject Matter Experts) की एक टीम है। प्राचीन ज्ञान और आधुनिक संदर्भ के समन्वय पर केंद्रित, त्रिलोक टीम ग्रहों के प्रभाव, आध्यात्मिक अनुष्ठानों और सनातन धर्म की परंपराओं पर गहन और शोध-आधारित जानकारी प्रदान करती है।
प्रामाणिकता के प्रति समर्पित, इस टीम में प्रमाणित ज्योतिषी और वैदिक विद्वान शामिल हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक लेख शास्त्र-सम्मत और तथ्यपरक हो। सटीक राशिफल, शुभ मुहूर्त और धार्मिक पर्वों की विस्तृत जानकारी चाहने वाले पाठकों के लिए त्रिलोक एक विश्वसनीय और आधिकारिक स्रोत है।