
शुभ ग्रह शुक्र कुंडली में देगा क्या फल ?

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ज्योतिष
शुभ ग्रह शुक्र कुंडली में देगा क्या फल ?
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र एक बेहद शुभ ग्रह है। शुक्र यदि कुंडली में अच्छा है, तो प्रेम, सौभाग्य, संतान, गाड़ी, बंगला या सुंदरता सबकुछ पाया जा सकता है। ज्योतिष में शुक्र वृषभ और तुला राशि के स्वामी है। वैसे गुरु की राशि मीन में शुक्र बेहद अच्छे परिणाम देता है। यहां शुक्र उच्च का होता है। जानते हैं कुंडली के अलग-अलग भाव में शुक्र क्या फल देते हैं।
पहले भाव में शुक्र
कुंडली के प्रथम भाव में शुक्र व्यक्ति को बेहद सुंदर बनाता है। व्यक्ति दिखने में काफी आकर्षक हो सकता है। ऐसे व्यक्ति की रुचि कला में होती है। उसे नए-नए कपड़े और आभूषण पहनना पसंद करता है। उसे हर क्षेत्र में मान-सम्मान प्राप्त होता है। वह व्यक्ति स्वस्थ और निरोगी होता है और ऐसे व्यक्ति का जीवनसाथी भी काफी सुंदर होता है।
दूसरे भाव में शुक्र
कुंडली के दूसरे भाव में शुक्र होने से कई बार व्यक्ति काफी मीठी वाणी बोलने वाला होता है। ऐसे व्यक्ति की धन बचाने में और खर्च करने में दोनों में बहुत रुचि रहती है। उस व्यक्ति को पैतृक धन भी मिलता है। आध्यात्मिकता में भी उसकी रुचि होती है और नए-नए वाहनों का शौक होता है। कई बार ऐसा व्यक्ति परिवार के प्रत्येक सदस्य के लिए कुछ खास करता है।
तीसरे भाव में शुक्र
कुंडली के तीसरे भाव में शुक्र की मौजूदगी व्यक्ति को भाग्यवान बनाती है। ऐसा व्यक्ति अक्सर यात्राएं करता रहता है और अपने भाई-बहनों का प्रिय होता है और सोशल मीडिया पर भी खूब लोकप्रिय होता है। हालांकि कई बार ऐसे व्यक्ति को बार-बार यात्रा करना होती है, जो अनावश्यक होती है। वैवाहिक जीवन के लिए भी शुक्र कई बार अच्छा नहीं होता है।
चौथे भाव में शुक्र
कुंडली के चतुर्थ भाव में शुक्र अच्छा है, तो वह व्यक्ति को मां का अत्यधिक प्रिय बनाता है। ऐसे व्यक्ति को दिखावे का शौक रहता है और ऐसे व्यक्ति को बड़े घर, बड़ी गाड़ी का शौक होता है। वह फैशन, मीडिया या कला के क्षेत्र में करियर बनाता है। माता-पिता की सेवा करना ऐसे व्यक्ति के लिए लाभकारी होता है। कई बार ऐसा व्यक्ति फैशन इंडस्ट्री में कॅरियर बनाता है।
पंचम भाव में शुक्र
कुंडली के पंचम भाव में शुक्र जातक को विलासित जीवन देता है। ऐसा व्यक्ति कला और संगीत में बेहद दिलचस्पी रखता है। इस भाव में शुक्र होने के कारण मंत्र जाप करना और लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान देना भी ऐसे लोगों को काफी पसंद आता है। ऐसे व्यक्ति की कन्या संतान अधिक होती है।
छठे भाव में शुक्र
कुंडली के छठे भाव में शुक्र होने से कई बार व्यक्ति को मेहनती को बनाता है। लेकिन उसके आसपास शत्रुओं की भीड़ भी दे देता है। ऐसा व्यक्ति जॉब में तो उन्नति करता है, लेकिन कई बार खुद का व्यापार उतने अच्छे से नहीं करता है। ऐसा व्यक्ति खर्च करने में भी माहिर होता है।
सातवें भाव में शुक्र
कुंडली के सातवें भाव में शुक्र होने से व्यक्ति क्रिएटिव बनता है। ऐसा व्यक्ति दिखने में काफी आकर्षक होता है। ऐसे व्यक्ति का भाग्योदय विवाह के बाद होता है। बिजनेस पार्टनर से भी ऐसे व्यक्ति को काफी लाभ मिलता है। ऐसा व्यक्ति खूबसूरत होता है, लेकिन एक जगह उसके विचार नहीं टिकते हैं।
आठवें भाव में शुक्र
कुंडली के आठवें भाव में शुक्र होने से व्यक्ति की आध्यात्मिकता में रुचि रहती है। ससुराल पक्ष से कई बार ऐसे व्यक्ति को धन प्राप्त होता है। विदेश यात्रा में उसकी रुचि रहती है। कई बार तंत्र-मंत्र जादू-टोने में उसकी रुचि होती है। ऐसे व्यक्ति का व्यवहार काफी अच्छा होता है।
नवम भाव में शुक्र
कुंडली के 9वें भाव में शुक्र व्यक्ति को भाग्यशाली बनाता है। पिता से उसको लाभ होता है और वह परोपकार में भी रुचि रखता है। जीवन में विदेश यात्रा करता है और धार्मिक यात्रा में भी उसको रुचि रहती है। भाई-बहनों के साथ ऐसे व्यक्ति के संबंध काफी अच्छे रहते हैं।
दसवें भाव में शुक्र
कुंडली के दसवें भाव में शुक्र व्यक्ति को कई बार आकस्मिक उन्नति देता है। ऐसा व्यक्ति फैशन, मीडिया, कला आदि क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करता है। ऐसे व्यक्ति का व्यवहार शांत होता है। यह किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से दूर रहने की कोशिश करता है। माता-पिता से लाभ होता है।
ग्यारहवें भाव में शुक्र
कुंडली के 11 वें भाव में शुक्र होने से व्यक्ति के कई मित्र होते हैं। उसकी आय के भी कई साधन हो सकते हैं। व्यक्ति के एक से अधिक प्रेम संबंध हो सकते हैं। कई बार ऐसा व्यक्ति समाज सेवा से भी जुड़ा रहता है और कई तरह के एनजीओ के साथ काम करता है।
बारहवें भाव में शुक्र
कुंडली के 12वें भाव में शुक्र को अच्छा माना जाता है। ऐसा जातक परिवार की हर जरूरत को पूरा करता है। वह अपनी सुख-सुविधाओं पर खर्च करता है। ऐसे व्यक्ति को जीवन में सबकुछ बड़ी आसानी से प्राप्त हो जाता है। ऐसे व्यक्ति को विवाह के बाद काफी उन्नति मिलती है।
लेखक के बारे में: टीम त्रिलोक
त्रिलोक, वैदिक ज्योतिष, वास्तु शास्त्र और धार्मिक अध्ययनों के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों (Subject Matter Experts) की एक टीम है। प्राचीन ज्ञान और आधुनिक संदर्भ के समन्वय पर केंद्रित, त्रिलोक टीम ग्रहों के प्रभाव, आध्यात्मिक अनुष्ठानों और सनातन धर्म की परंपराओं पर गहन और शोध-आधारित जानकारी प्रदान करती है।
प्रामाणिकता के प्रति समर्पित, इस टीम में प्रमाणित ज्योतिषी और वैदिक विद्वान शामिल हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक लेख शास्त्र-सम्मत और तथ्यपरक हो। सटीक राशिफल, शुभ मुहूर्त और धार्मिक पर्वों की विस्तृत जानकारी चाहने वाले पाठकों के लिए त्रिलोक एक विश्वसनीय और आधिकारिक स्रोत है।