
नवग्रह मंत्र - बदलिए खास मंत्रों से अपना जीवन

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ज्योतिष
नवग्रह मंत्र - बदलिए खास मंत्रों से अपना जीवन
नवग्रह यदि साथ हैं, तो जीवन में सबकुछ अच्छा होता है। कॅरियर में दिक्कत, विवाह में परेशानी या स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत यदि जीवन में है, तो इसका कारण नवग्रह में से किसी एक ग्रह की पीड़ा होना हो सकता है। पुराणों में भी कहा गया है कि यदि नवग्रह को ठीक करने के लिए उनके विशेष मंत्रों का जाप करना चाहिए। नवग्रह मंत्र का जाप करके आप अपने जीवन से समस्त परेशानियों को दूर कर सकते हैं। हम आज आपको बता रहे हैं
नवग्रह के तांत्रिक और गायत्री मंत्र
नवग्रह मंत्र
1. सूर्य मंत्र
बीज मंत्र: ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:।
लाभ: सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और स्वास्थ्य का कारक है। इस मंत्र का जाप करने से आत्मबल बढ़ता है, स्वास्थ्य बेहतर होता है और करियर में सफलता मिलती है।
2. चंद्र मंत्र
बीज मंत्र: ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः सोमाय नमः।
लाभ: चंद्रमा मन और भावनाओं को नियंत्रित करता है। इस मंत्र का जाप मानसिक शांति, सकारात्मकता और भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।
3. मंगल मंत्र
बीज मंत्र: ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:।
लाभ: मंगल ऊर्जा, साहस और शक्ति का प्रतीक है। यह मंत्र शारीरिक शक्ति, आत्मविश्वास और भूमि संबंधी लाभ देने में सहायक होता है।
4. बुध मंत्र
बीज मंत्र: ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः।
लाभ: बुध बुद्धि और संचार का कारक है। यह मंत्र विद्यार्थियों और व्यापारियों के लिए लाभकारी होता है, जिससे स्मरण शक्ति और तर्क शक्ति बढ़ती है।
5. गुरु मंत्र
बीज मंत्र: ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।
लाभ: गुरु ज्ञान और धर्म का प्रतीक है। यह मंत्र नौकरी, शिक्षा और आध्यात्मिक उन्नति के लिए अत्यंत लाभकारी है।
6. शुक्र मंत्र
बीज मंत्र: ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः।
लाभ: शुक्र भौतिक सुख, वैवाहिक जीवन और प्रेम का कारक है। इस मंत्र के जाप से वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है और ऐश्वर्य प्राप्त होता है।
7. शनि मंत्र
बीज मंत्र: ॐ प्रां प्रीं प्रोम सह शनै नमः।
लाभ: शनि कर्मफल दाता ग्रह है। इसका मंत्र जाप करने से शनि के अशुभ प्रभाव कम होते हैं और न्यायिक मामलों में सफलता मिलती है।
8. राहु मंत्र
बीज मंत्र: ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः।
लाभ: राहु भ्रम, असमंजस और मानसिक तनाव का कारण बनता है। इस मंत्र का जाप नकारात्मकता को दूर करता है और सफलता दिलाता है।
9. केतु मंत्र
बीज मंत्र: ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः।
लाभ: केतु आध्यात्मिक उन्नति और पूर्व जन्म के कर्मों से संबंधित है। इस मंत्र का जाप मानसिक शांति और आध्यात्मिक प्रगति के लिए लाभकारी होता है।
नवग्रहों के गायत्री मंत्र और उनके लाभ
नवग्रहों को प्रसन्न करने के लिए उनके गायत्री मंत्रों का भी जाप किया जाता है। यह मंत्र व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की शुभता बढ़ाने में मदद करते हैं।
1. सूर्य गायत्री मंत्र
ॐ भास्कराय विद्मिहे महातेजाय धीमहि।
तन्नो: सूर्य: प्रचोदयात।।
लाभ: आत्मविश्वास बढ़ाता है और कार्यों में सफलता दिलाता है।
2. चंद्र गायत्री मंत्र
ॐ क्षीरपुत्राय विद्मिहे मृतात्वाय धीमहि।
तन्नम्चंद्र: प्रचोदयात।।
लाभ: मन को शांत करता है और मानसिक तनाव दूर करता है।
3. मंगल गायत्री मंत्र
ॐ अंगारकाय विद्मिहे वाणेशाय धीमहि।
तन्नो: भौम प्रचोदयात।।
लाभ: ऊर्जा और साहस प्रदान करता है।
4. बुध गायत्री मंत्र
ॐ सौम्यरुपाय विद्मिहे वाणेशाय धीमहि।
तन्नो: बुध: प्रचोदयात।।
लाभ: बुद्धि और स्मरण शक्ति को बढ़ाता है।
5. गुरु गायत्री मंत्र
ॐ गुरुदेवाय विद्मिहे वाणेशाय धीमहि।
तन्नो: गुरु: प्रचोदयात।।
लाभ: ज्ञान और आध्यात्मिक उन्नति देता है।
6. शुक्र गायत्री मंत्र
ॐ भृगुसुताय विद्मिहे दिव्यदेहाय धीमहि।
तन्नो: शुक्र: प्रचोदयात।।
लाभ: प्रेम और भौतिक सुखों को बढ़ाता है।
7. शनि गायत्री मंत्र
ॐ शिरोरुपाय विद्मिहे मृत्युरुपाय धीमहि।
तन्नो: सौरि: प्रचोदयात।।
लाभ: कर्मों के अच्छे फल प्राप्त होते हैं।
8. राहु गायत्री मंत्र
ॐ शिरोरुपाय विद्मिहे अमृतेशाय धीमहि।
तन्नो: राहु: प्रचोदयात।।
लाभ: भ्रम और नकारात्मकता को दूर करता है।
9. केतु गायत्री मंत्र
ॐ गदाहस्ताय विद्मिहे अमृतेशाय धीमहि।
तन्नो: केतु: प्रचोदयात।।
लाभ: आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है।
नवग्रह पूजा के लाभ
नवग्रह पूजा पाप ग्रहों के दोषों को कम करती है और शुभ ग्रहों की शक्ति को बढ़ाती है।
करियर, विवाह, शिक्षा और स्वास्थ्य में आ रही बाधाओं को दूर करती है।
मानसिक शांति और आत्मविश्वास प्रदान करती है।
व्यापार और धन-संपत्ति में वृद्धि करती है।
नकारात्मक ऊर्जा और दुर्भाग्य से बचाव करती है।
लेखक के बारे में: टीम त्रिलोक
त्रिलोक, वैदिक ज्योतिष, वास्तु शास्त्र और धार्मिक अध्ययनों के प्रतिष्ठित विषय विशेषज्ञों (Subject Matter Experts) की एक टीम है। प्राचीन ज्ञान और आधुनिक संदर्भ के समन्वय पर केंद्रित, त्रिलोक टीम ग्रहों के प्रभाव, आध्यात्मिक अनुष्ठानों और सनातन धर्म की परंपराओं पर गहन और शोध-आधारित जानकारी प्रदान करती है।
प्रामाणिकता के प्रति समर्पित, इस टीम में प्रमाणित ज्योतिषी और वैदिक विद्वान शामिल हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक लेख शास्त्र-सम्मत और तथ्यपरक हो। सटीक राशिफल, शुभ मुहूर्त और धार्मिक पर्वों की विस्तृत जानकारी चाहने वाले पाठकों के लिए त्रिलोक एक विश्वसनीय और आधिकारिक स्रोत है।